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नवजात बच्चों को खाना खिलाना कब शुरू करें, When to start feeding newborn babies

नवजात बच्चों को खाना खिलाना कब शुरू करें, When to start feeding newborn babies

 

विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों को 6 महीने के होने के बाद ही ऊपर का यानी लिक्विड आहार देना चाहिए। बच्चों को 6 महीने से पहले ही ठोस आहार देने से वह मां का दूध  पीना कम कर देता है। इस वजह से मन की स्तनों का दूध समय से पहले ही सूखने लगता है। इसकी वजह से ही बच्चे को अपच एवं डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं होने की संभावना  रहती है। समय से पहले बच्चों को ठोस आहार देने से बच्चों में प्रोटीन, फैट जैसे अन्य पोषक तत्वों की कमी होने की संभावनाएं हो सकती है।

 

इसके साथी बच्चों को 6 महीनों से ज्यादा समय बाद भी ठोस आहार देना जरूरी नहीं समझा जा सकता क्योंकि बच्चों को ज्यादा समय बातें ठोस आहार देना उसके लिए खान एवं पेट संबंधी समस्या हो सकती है। 6 महीने का बच्चा अपने मां के दूध के साथ साथ अन्य चीजों को भी  शामिल करने का संकेत देना शुरू कर देता है जैसे कि बच्चा अपना सर स्थिर रखना और जीभ को बहार न निकालना जैसे संकेत दे तो समझ जाइए कि आपका बच्चा दूध के साथ-साथ अन्य चीजों को भी शामिल करने के लिए तैयार है।

 

6 महीने के बच्चे को क्या खिलाना चाहिए-

(1). सेब का स्टू और प्यूरी –

 

बनाने की विधि-

  1. सेब का छिलका उतार कर उसको छोटा-छोटा काटकर पानी में अच्छे से उबाल ले।

 

  1. अच्छे से उबल जाने के बाद उसे थोड़ी देर ( 5-7 मिनट तक ) ठंडा होने के लिए रख दें।

 

  1. जब सब ठंडा हो जाए तो उसे किसी कैलेंडर या मिक्सर में अच्छे से मैश कर ले। फिर किसी छलनी से छान ले।

 

  1. इतना तैयार होने के बाद आप बच्चे को यह प्योरी के रूप में खिला सकते हो।

 

(2). गाजर की प्यूरी –

बनाने की विधि-

  1. गाजर की प्योरी बनाने के लिए के लिए हमें पहले गाजर के छिलके हटाने होंगे। फिर उनके छोटे-छोटे टुकड़े में काट लेंगे।

 

  1. फिर इसको किसी बर्तन में उबाल लेंगे गाजर को तब तक उबालेंगे जब तक वह नरम ना हो जाए।

 

  1. गाजर उबालने के बाद उसे ठंडा करने के लिए रख देंगे।

 

  1. गाजर को ठंडा होने के बाद उसे किसी ब्लेंडर या मिक्सर में मैश कर लेंगे इस तरह से तैयार हो जाएगी अपनी गाजर की प्योरी।

 

( 3 ) केले की प्यूरी –

बनाने की विधि

  1. सबसे पहले केले के छिलके को हटाकर उसे किसी ब्लैडर में ब्लेड कर लें या किसी कटोरे में मैश भी कर सकते हैं।

 

  1. केले को मुलायम करने के लिए इसे थोड़ी देर हल्का सा गरम भी कर सकते हैं जिससे बच्चा अच्छे से खा सके।

 

  1. यदि यह थोड़ा गाढ़ा हो गया तो इसमें थोड़ा दूध या पानी भी मिला सकते हैं।

 

(4) रागी का दलिया –

बनाने की विधि –

  1. रागी के दलिया को बनाने के लिए सबसे पहले इसी पेन में दी बड़े चम्मच रागी का पाउडर डाल दे फिर उसमें धीरे-धीरे एक कप पानी मिलाएं।

 

  1. अब इसे गैस पर थोड़ी देर पकने दें उसमें लगातार चम्मच चलाते रहना चाहिए ताकि उसमें गांठ न पड़ जाए।

 

  1. फिर इसको तब तक पकाना चाहिए जब तक यह थोड़ा गाढ़ा ना हो जाए। इसके बाद इसमें आवश्यकता अनुसार है डब्बे वाला दूध मिल सकते हैं।

 

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