नपुंसकता से परेशान Troubled by impotence 30 दिन करें इस पौधे का सेवन
अगर आप भी नपुंसकता से परेशान है तो सिर्फ 30 दिन तक करें इस पौधे का सेवन, खुशियों से झूम उठेगा आपका भी घर
Benifits : रेतीली जमीन में उगने वाला सत्यानाशी पौधा एक आयुर्वेदिक औषधिएं पौधा है इसका सेवन करने से नपुंसकता तो दूर होती ही है और इसके अलावा अनेक समस्याओं के लिए दिए लाभकारी होता है इस पौधे का ताना कांटेदार एवं फूल पीले होते हैं तथा इसके बीच सावले कलर के होते हैं यह एक औषधीय पौधा है जिसका सेवन अनेक समस्याओं में किया जाता है तो आईए जानते हैं।
क्या है सत्यानाशी पौधे के फायदे :
आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे के अनुसार इस पौधे में शारीरिक कमजोरी दूर करने में भी सहायक है इस पौधे का लगातार 30 दिन तक सेवन करने से नपुंसकता समाप्त हो जाती है।
रेतीली जमीन में उगने वाला सत्यानाशी एक ऐसा पौधा है जिसे आयुर्वेदो ने पुरुषों का वरदान कहा है। यह एक ऐसा पौधा है जिनकी जड़ों व पतियों के रस से नपुंसकता जैसी समस्याओं को आसानी से समाप्त किया जा सकता है और शारीरिक कमजोरी में भी सहायक माना जाता है। आयुर्वेदो की मानें तो 60 से 70 साल की उम्र के लोग भी इसका सेवन करके जवान दिख सकते हैं इनकी सेवन से शारीरिक शक्ति महसूस होती है अगर आप इसके रस का सेवन महत्व एक महीने तक लगातार करते हैं तो शारीरिक कमजोरी जड़ से खत्म कर सकते हैं।
जड़ी बूटियां का सेवन करने वाले आयुर्वेद वासुदेव ने बताया कि सत्यानाशी के रस का सेवन करने से सैकड़ो लोगों को नया जीवन मिला है। इनका सेवन करने से लोग शारीरिक शक्ति या युवा जैसी शक्ति महसूस करते हैं। यह पौधा यह पौधा रेतीली जमीन पर देखने को मिलता है जिसमें कांटे और पीले फूल आते हैं तथा इनके बीच थोड़े सांवले कलर के होते हैं तो इसे आसानी से पहचाना जा सकता है और यह अपने खेतों में कहीं पर भी आसानी से मिल जाता है। आपको बता दें कि इसकी पत्तियों को तोड़ने पर उससे पीला दूध निकलता है इसीलिए इसे स्वर्णक्षीरी भी कहा जाता है।
सेवन कैसे करें :
जड़ी बूटियां में काम करने वाले आयुर्वेद बोनस बताते हैं कि जो लोग सारी कमजोरी या नपुंसकता से परेशान है वह इसका सेवन इसका सेवन जरूर करें । ध्यान दें इसका सेवन दो तरीके से किया जा सकता है जैसे कि पहले है सत्यानाशी की पत्तियों का रस निकालकर एक चम्मच सुबह-शाम दूध या पानी के साथ मिलकर सेवन करें, दूसरा तरीका है की सत्यानाशी के पत्तियों को सुखाकर उनका चूर्ण बना ले इसके बाद अधिकतम 20 मिलीलीटर सुबह शाम दूध या पानी के साथ सेवन करें।
नपुंसकता के कारण :
नपुंसकता एक बहुत बड़ी समस्या है इसके अन्य कारण हो सकते हैं आयुर्वेदिक भुवनेश बताते हैं कि नपुंसकता का सबसे बड़ा कारण शुक्राणु की कमी का होना माना जाता है। सत्यानाशी शुक्राणु को बढ़ाने में काफी मददगार साबित होता है इसका लगातार 30 दिन तक सेवन करने से नपुंसकता को खत्म किया जा सकता है। शुक्राणु की संख्या बढ़ाने के लिए सत्यानाशी का सेवन किया जाता है।
सावधान: अगर आपके स्वास्थ्य को लेकर समस्या है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें इस पोस्ट में दी जानकारी के द्वारा pgsnews पूर्णतया इलाज का दावा नहीं करती।
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