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Railway News: बांदीकुई जंक्शन पर रेल पटरियों में दरार पाई गई, लेकिन एक यात्री की सतर्कता के कारण बड़ा रेल हादसा टल गया।

Uma Rajgarharia
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Railway news: बांदीकुई जंक्शन पर रेल पटरियों में दरार पाई गई, लेकिन एक यात्री की सतर्कता के कारण बड़ा रेल हादसा टल गया।

Rail network: जयपुर-बठिंडा पैसेंजर ट्रेन संख्या 14734 बुधवार सुबह लगभग साढ़े सात बजे बांदीकुई जंक्शन पर पहुंची। इस दौरान एक यात्री की नजर रेलवे ट्रैक पर पड़ी, जहां उसे एक असामान्य स्थिति का आभास हुआ।

रेलवे: बुधवार सुबह बांदीकुई स्टेशन पर रेलवे पटरी में दरार आ गई। एक सतर्क यात्री ने तुरंत यह समस्या देखी और रेलवे अधिकारियों को सूचित किया। सूचना मिलते ही रेलवे के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पटरियों की मरम्मत के काम में जुट गए। मरम्मत का काम लगभग एक घंटे में पूरा हो गया। यात्री की चौकस सोच की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया, क्योंकि अगर यह स्थिति अनदेखी रहती, तो यह एक गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकती थी।

जयपुर-बठिंडा पैसेंजर ट्रेन एक घंटे तक रुकी रही।

  • ट्रैक में दरार के कारण ट्रेन की देरी
    जयपुर-बठिंडा पैसेंजर ट्रेन, जो बांदीकुई जंक्शन पर बुधवार सुबह आई थी, ट्रैक में दरार के कारण लगभग एक घंटे तक खड़ी रही। इस वजह से यात्रियों को लंबी देरी का सामना करना पड़ा, जिससे उन्हें भारी असुविधा हुई।
  • यात्रियों को हुई कठिनाइयां
    ट्रेन के खड़ी होने से यात्रियों को अपनी मंजिल तक पहुंचने में देरी हुई और वे परेशान हो गए। कई यात्री असमंजस की स्थिति में थे, क्योंकि वे नहीं जानते थे कि यह समस्या कब हल होगी।
  • मरम्मत के बाद ट्रेन को निकाला गया
    रेलवे कर्मचारियों ने फिश मीटर प्‍लेट का इस्तेमाल करके पटरियों की मरम्मत की और ट्रेन को सुरक्षित रूप से वहां से निकाला। इस प्रक्रिया में करीब एक घंटे का समय लगा।
  • लाइन सुधार के बाद ट्रेन की गति बढ़ाई गई
    ट्रेन को निकालने के बाद रेलवे कर्मचारियों ने पटरी की मरम्मत की और उसे पूरी तरह से ठीक किया, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।

रेलवे पटरी में दरार क्यों उत्पन्न होती है:

  • ठंड के प्रभाव से ट्रैक में सिकुड़न
    राजस्थान में तापमान में गिरावट के कारण ठंड बढ़ने लगी है। अत्यधिक सर्दी की वजह से रेलवे ट्रैक सिकुड़ने लगते हैं, जिससे उनमें दरारें पड़ जाती हैं।
  • सर्दी के मौसम में बढ़ने वाली घटनाएं
    सर्दियों के मौसम में इस प्रकार की घटनाएं आम होती हैं, क्योंकि ठंड से ट्रैक में खिंचाव और सिकुड़न होती है, जो दरारों का कारण बन सकती है।
  • सजगता बनाए रखने के प्रयास
    सर्दी के दिनों में रेलवे के पथ निर्माण विभाग के अधिकारी और कर्मचारी अधिक सतर्क रहते हैं, ताकि ऐसी समस्याओं से बचा जा सके और ट्रेन संचालन सुरक्षित रहे।
  • रेलवे सुरक्षा के लिए गैंग की व्यवस्था
    रेल लाइनों की सुरक्षा और मरम्मत के लिए रेलवे ने गैंग की व्यवस्था की है। ये गैंग अपने जिम्मे क्षेत्र के रेल पथ की देखभाल और रख-रखाव करते हैं, ताकि ट्रैक में किसी भी प्रकार की समस्या न आए

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