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अगर आप भी तकिये के नीचे फोन रखकर सोते हैं तो हो जाइए सावधान, यही आदत जानलेवा भी साबित हो सकती है

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अगर आप भी तकिये के नीचे फोन रखकर सोते हैं तो हो जाइए सावधान, यही आदत जानलेवा भी साबित हो सकती है

Radiation Effects : आज के समय में मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है। कोई भी छोटे-मोटे काम हो जैसे की वीडियो कॉलिंग, चैटिंग ,कोई भी पर्सनल वर्क, सोशल मीडिया ,अलार्म या आदि कोई अन्य काम सब इस डिवाइस के जरिए किया जाता है। बहुत से लोग ऐसे हैं कि उन्हें हर समय फोन को अपने पास रखना होता है उन्हें इस चीज की बहुत बुरी लत लगती हुई है,परंतु उन्हें यह नहीं पता कि यह फोन हमारे लिए जान लेवा भी साबित हो सकते हैं। क्या आपको पता है कि रात को तकिए के नीचे फोन रख सोने से यह आदत हमारे सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

यह आदत ना सिर्फ हमारी नींद को आने से रोकती है अर्थात हमें नींद नहीं आती है, बल्कि हमारी सेहत के लिए खतरा भी बन सकती है। फोन को तो तकिए के नीचे रखने से रेडिएशन ,ओवरहीटिंग और मेंटल हेल्थ जैसी समस्याएं पैदा हो सकती है यह बात रिसर्च और एक्सपर्ट्स बोल रहे हैं। आगे और जाने की ऐसी कौन- कौन से खतरे हैं जो हमारी छोटी-छोटी लापरवाही से हो सकते हैं।

ब्रेन पर रेडिएशन का असर

स्मार्टफोन से निकलने वाली यह रेडियोफ्रीक्वेंसी रेडिएशन अगर बहुत समय तक हमारे सर के अंदर जाती रही तो यह है रेडिएशन हमारे दिमाग की कोशिकाओ को नुकसान पहुंचा सकती हैं। जिसके कारण हमारा सिर दर्द, एकाग्रस्त और थकान जैसी बीमारिया हो सकती है। कोई एक्सपट्र्स नहीं है अभी बताया है कि इस रेडिएशन का संबंध न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर से भी हो सकता है।

हॉर्मोनल असंतुलन और हार्ट हेल्थ पर असर

स्मार्टफोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडिएशन न केवल हमारे मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाती हैं बल्कि हमारे हार्मोनल सिस्टम और दिल को भी कमजोर करती है(अर्थात दिल की धड़कन पर भी असर करती है)। ये शरीर में मेलाटोनिन जैसे हॉर्मोन के उत्पादन को बाधित करता है, जिससे हमारे शरीर के अंदर नींद और शरीर की रिकवरी दोनों पर असर डाल सकती है।

नींद की क्वालिटी हो सकती है खराब

रात में निकलने वाली ब्लू लाइट हमारे दिमाग को एक्टिव रखती है, जिससे हमें नींद की समस्या भी हो सकती है। इसके अलावा नोटिफिकेशन की आवाजें और वाइब्रेशन भी नींद को बार-बार खराब करती है। जिसके कारण हम सुबह उठते हैं तब थके – थके रहते हैं और पूरे दिन शरीर में सुस्ती रहती है।

ओवरहीटिंग और ब्लास्ट का खतरा

हम फोन को चार्जिंग लगा कर ताकि के नीचे रखते हैं जिसके कारण फोन ब्लास्ट होने का खतरा रहता है क्योंकि उसके अंदर से हिट नहीं निकाल पाती जिसके कारण फोन ओवरहीट होकर आग कैच कर लेता है‌ और जिसके कारण फोन ब्लास्ट होने का खतरा रहता है। बहुत से खबरों में ऐसे बहुत से केस सामने आ चुके हैं जिससे नींद में बहुत से लोग इसका शिकार बन चुके हैं।

मेंटल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव

हर समय फोन को पास रखना पूरे दिन भर उसका उपयोग करना और रात भर उसे अपने तकिए के नीचे रखने से हमारी मानसिक स्थिति या मानसिक शांति को खराब कर सकती है। इससे स्ट्रेस, एंग्जायटी और ओवरथिंकिंग जैसी दिक्कतें बढ़ सकती हैं, खासकर तब जब आप रात को बार-बार फोन चेक करने लगते हैं।

इससे बचाव के लिए हम क्या कर सकते हैं

– सोने से पहले हमें हमारे फोन का स्क्रीन टाइम कम कर देना चाहिए और उसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
– जब हम फोन को चार्जिंग पर लगाए तब उसको बेड पर या फिर तकिए के नीचे भूलकर भी ना रखें।
– सोते वक्त फोन को सर से कम से कम दो- चार फीट दूर रखें।

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