चाहे आपका CIBIL स्कोर खराब हो या शून्य ये 3 आसान उपाय तेजी से दिला सकते हैं Personal Loan And Credit Card
जब भी आप क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन लेने की सोचते हैं, तो क्रेडिट स्कोर (CIBIL Score) की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। ऐसे में अगर आपका स्कोर कम है, तो लोन या कार्ड के लिए आवेदन करते समय दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। कई बार कम स्कोर वाले आवेदकों को बैंक या फाइनेंशियल संस्थाएं लोन या कार्ड देने से मना भी कर देती हैं। अगर आपका भी क्रेडिट स्कोर बहुत नीचे है या फिर बिल्कुल शून्य है, तब भी चिंता की जरूरत नहीं है। कुछ आसान उपायों की मदद से आप आसानी से क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन हासिल कर सकते हैं।
सिक्योर जमा वाले क्रेडिट कार्ड का उपयोग करें
यदि आप सेक्योर क्रेडिट कार्ड लेते हैं, तो कम क्रेडिट स्कोर होने पर भी इसे हासिल करना आसान होता है। इसकी वजह यह है कि इस तरह के कार्ड के लिए बैंक को एक सुरक्षित राशि (जैसे FD) के रूप में गारंटी मिलती है, जिससे उसे अपना पैसा वापस पाने का भरोसा होता है। आप अपनी फिक्स्ड डिपॉज़िट के बदले क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन भी प्राप्त कर सकते हैं।
एक्स्ट्रा क्रेडिट कार्ड हासिल करें
यदि आपके परिवार के किसी सदस्य के पास क्रेडिट कार्ड है, तो आप एड-ऑन क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस स्थिति में, बैंक को आपके सिबिल स्कोर की कोई चिंता नहीं रहती। असल में, इस मामले में क्रेडिट कार्ड का बिल मुख्य कार्ड धारक ही चुकाता है।
बैंकों को अपनी वित्तीय सुरक्षा प्रदर्शित करें
यदि आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत है, लेकिन सिबिल स्कोर कम है, तो आप अपनी सैलरी स्लिप, इनकम टैक्स रिटर्न और अन्य संबंधित दस्तावेज़ों के माध्यम से अपनी वित्तीय स्थिति को स्पष्ट कर सकते हैं। जब बैंक को यह विश्वास हो जाएगा कि आप उनका उधार चुकता कर सकते हैं, तो वे आपको तुरंत पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड प्रदान कर देंगे।
CIBIL क्या है और यह कैसे खराब होता है?
CIBIL एक तीन अंकों की संख्या होती है, जिसे स्कोर कहा जाता है, और इसकी सीमा 300 से 900 अंक तक होती है। यह आपकी लोन लेने की क्षमता को दर्शाता है। यह स्कोर आपके पुराने लोन, क्रेडिट कार्ड के बिल आदि के आधार पर तय किया जाता है। अगर आप समय पर सभी कर्ज और बिल चुकाते हैं, तो आपका CIBIL स्कोर बेहतर होता है। वहीं, अगर आप किसी कर्ज या बिल में डिफॉल्ट करते हैं, तो आपका स्कोर घटने लगता है। आइए जानते हैं वो 7 कारण, जिनकी वजह से CIBIL स्कोर खराब हो सकता है।
EMI में देरी करना
अगर पहले से आपका कोई लोन जारी है और आप उसकी कोई EMI चुकता नहीं करते हैं, तो इसका सीधा प्रभाव आपके CIBIL स्कोर पर पड़ता है और वह घटने लगता है। अगर आप बार-बार EMI मिस करते हैं या लोन में डिफॉल्ट करते हैं, तो आपका CIBIL स्कोर इस हद तक कम हो सकता है कि आपको किसी भी बैंक से लोन मिलने में परेशानी होगी। बैंकों को यह चिंता होगी कि आप उनका लोन चुकता नहीं कर पाएंगे, जिससे उन्हें वित्तीय नुकसान हो सकता है।
उच्च लोन लेने की वजह से
अगर आपने बड़ा लोन लिया है, तो इसका भी आपके CIBIL स्कोर पर प्रभाव पड़ता है। यह इस बात को दर्शाता है कि आपके ऊपर पहले से ही काफी कर्ज है, जिसे चुकाना बाकी है। ऐसे में अगर बैंक आपको और कर्ज देने का फैसला करता है, तो उसे यह डर होता है कि आप उसे चुका नहीं पाएंगे। यही कारण है कि होम लोन लेने के बाद कई बार लोगों का CIBIL स्कोर घट जाता है।
कई बार लोन के लिए अप्लाई करने से बचें
अक्सर लोग लोन लेने के लिए कई बैंकों में एक साथ आवेदन कर देते हैं और फिर जहां ब्याज दर कम मिलती है, वहां से लोन ले लेते हैं। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि जब आप कई बैंकों में लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो हर बैंक आपका CIBIL स्कोर चेक करता है, जो कि “हार्ड इन्क्वायरी” के अंतर्गत आता है। जब कोई बैंक या वित्तीय संस्था (NBFC) आपका क्रेडिट स्कोर जांचती है, तो उसे हार्ड इन्क्वायरी कहा जाता है, जबकि अगर आप खुद ऑनलाइन अपना CIBIL स्कोर देखते हैं, तो उसे सॉफ्ट इन्क्वायरी कहा जाता है। हार्ड इन्क्वायरी से आपके CIBIL स्कोर में गिरावट आ सकती है।
क्रेडिट कार्ड से बड़ी रकम खर्च करना
अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल बड़ी या बार-बार की गई खरीदारी के लिए करते हैं, तो इसका असर आपके CIBIL स्कोर पर पड़ सकता है। ऐसा करने से कार्ड का उपयोग अनुपात (यूज़ेज रेश्यो) बढ़ जाता है, जो स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। बेहतर क्रेडिट स्कोर बनाए रखने के लिए सलाह दी जाती है कि आप अपनी क्रेडिट लिमिट का केवल 30% या उससे कम खर्च करें। इससे अधिक उपयोग करने पर CIBIL स्कोर में गिरावट आ सकती है।
क्रेडिट कार्ड से संबंधित पूछताछ
अगर आप बार-बार क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो इसका असर भी आपके CIBIL स्कोर पर पड़ता है। यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे लोन के लिए बार-बार अप्लाई करने पर स्कोर प्रभावित होता है। इसकी वजह यह है कि हर बार आवेदन के साथ बैंक हार्ड इन्क्वायरी करता है, जिससे CIBIL स्कोर में गिरावट आ सकती है। हालांकि, यह प्रभाव स्थायी नहीं होता और कुछ समय बाद स्कोर दोबारा सुधर सकता है।
क्रेडिट कार्ड खाता बंद करना
यदि आप कोई क्रेडिट कार्ड बंद कर देते हैं, तो इसका असर आपके CIBIL स्कोर पर भी पड़ता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कार्ड बंद होने पर आपकी कुल क्रेडिट लिमिट कम हो जाती है, जिससे आपका क्रेडिट उपयोग अनुपात (utilization ratio) बढ़ जाता है। इस अनुपात में बढ़ोतरी CIBIL स्कोर को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है और स्कोर में गिरावट आ सकती है।
लोन समय से पहले निपटाना
यदि आप किसी लोन को तय अवधि से पहले चुका देते हैं, तो इसका प्रभाव आपके CIBIL स्कोर पर भी पड़ सकता है। बैंक आमतौर पर दो प्रकार के लोन देते हैं — सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड। अगर आपने कोई सिक्योर्ड लोन लिया है और उसे समय से पहले पूरा चुका देते हैं, तो इससे आपके CIBIL स्कोर में थोड़ी गिरावट आ सकती है। हालांकि यह असर स्थायी नहीं होता, और कुछ समय बाद स्कोर दोबारा सामान्य हो जाता है।
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