मई का महीना लगभग समाप्ति की तरफ है और कर्मचारी और पेंशभोगी लगभग असमंजस की स्तिथि में है कि AICPI ने फरवरी और मार्च का आंकड़ा क्यों जारी नहीं किया है इसे लेकर के RTI भी डाला गया लेकिन भी यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है कि AICPI के आँकड़े क्यों जारी नहीं है। क्या सरकार इस साल भी महंगाई भत्ता देने के इरादे में है या नहीं ?
आपको बता दूं कि AICPI के आंकड़ों के हिसाब से महंगाई भत्ता तय किया जाता है और साल में दो बार छमाही के आधार पर मंहगाई भत्ते में बढ़ोतरी होती है। जनवरी 2024 से जून 2024 तक के लिए कुल महंगाई भत्ता 50% हो चुका है उसके बाद जुलाई 2024 से दिसम्बर 2024 तक के लिए महंगाई भत्ता कितना होगा वह AICPI के आंकड़ों के ऊपर निर्भर करता है। लेकिन 2 महीने लगातार ये आंकड़े जारी नहीं हुए है।
हर महीने अंतिम तारीख को AICPI का आंकड़ा लेबर ब्यूरो की तरफ से जारी किया जाता है कुल 6 महीनों के आकड़ों को जोड़ने के बाद में महंगाई भत्ता तय किया जाता है लेकिन 2 महीने से आंकड़े जारी नहीं किए गया है जिससे जुलाई में कितना महंगाई भत्ता होगा इसका पता लगाना असंभव हो गया है।
कर्मचारी संगठनों को मांग को देखते हुए 50% महंगाई भत्ता बेसिकमें मर्ज किया जा सकता है वही पांचवे वेतन आयोग में एक बार ऐसा किया गया है उसी को देखते हुए सरकार एक बार फिर से महंगाई भत्ते को बेसिक मर्ज करे। जुलाई में एक बार फिर से महंगाई भत्ता मर्ज किया जा सकता है। और लोकसभा चुनावों के रिज्लट आने के बाद इसकी आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।