महिला बिल आरक्षण पर लोकसभा में चर्चा : स्मृति ने कहा- धर्म के आधार पर रिजर्वेशन नहीं, मुस्लिम महिलाओं को भी फायदा मिले, महुआ बोली
संसद का विशेष सत्र चल रहा है जिसमें 20 सितंबर संसद सत्र का तीसरा दिन था जिसमें महिलाओं के आरक्षण की बात की गई और उसके ऊपर चर्चा की गई | लोकसभा में महिला आरक्षण डिबेट जारी है जिसके अंदर सबसे पहले कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिला आरक्षण बिल के बारे में संसद को बताया | कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के बाद कांग्रेस की तरफ से सोनिया गांधी ने 10 मिनट तक महिला आरक्षण बिल के ऊपर अपनी बात कही |
इसी चर्चा के दौरान टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने मुस्लिम महिलाओं के आरक्षण की भी बात कही और मुस्लिम महिलाओं को भी आरक्षण देने की मांग की | यह सब होने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मोहित्र का नाम नहीं लेते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाओं के लिए आरक्षण मांगने वालों को मैं कहना चाहूंगी कि धर्म के आधार पर संविधान में आरक्षण वर्जित है और इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिस प्रकार विपक्ष भ्रमित करना चाहता है उसमें ना फंसे |
इसी बीच सोनीया ने कहा कांग्रेस की मांग है कि बिल को अमल में लाना चाहिए और और सरकार को इस परिसीमन तक नहीं रोकना चाहिए और सरकार को तुरंत इस बिल पर अमल करना चाहिए और इससे पहले जातिगत जनगणना करवा कर इस बिल में SC-ST और OBC महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए,
सोनिया बोली – महिलाओं के लिए बिल आरक्षण सबसे पहले राजीव लाए थे उनका सपना था
स्थानीय निकायों में महिलाओं के आरक्षण का बिल मेरे पति राजीव लेकर आए थे जो की संसद में 7 वोटो से गिर गया था | उसके बाद पीवी नरसिम्हा राव यह बिल लेकर आए थे और इसी की देन है कि आज अपने देश के अंदर स्थानीय निकाय में 15 लाख चुनी हुई महिलाएं राजनीति में है लेकिन राजीव का सपना अभी भी अधूरा है यह महिला आरक्षण पास होने से उनका सपना पूरा हो जाएगा |
सोनिया गांधी के ऐसा कहने पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि यह बिल सिर्फ PM पीएम मोदी का बिल है यह गोल उनका ही था अब हमारी पार्टी यह बिल लेकर आ रही है तो विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा है और उनको यह सहन नहीं हो रहा |
सुप्रिया सुले क्या कहा महिला आरक्षण बिल के ऊपर
सुप्रिया सुले ने महिला आरक्षण बिल के ऊपर कहा कि देश के अंदर बाढ़ के माहौल हो रहे हैं इसके बावजूद भी स्पेशल बैठे क्यों बुलाई गई है इसका जवाब दे उन्होंने कहा कि देश के कई हिस्सों में बाढ़ के माहौल हो रहे हैं उसके बावजूद भी जनगणना और परिसीमन के पहले महिला आरक्षण बिल लागू नहीं किया जा सकता फिर इसके लिए स्पेशल सेशन क्यों बुलाया गया है इस सर्दी के मौसम में भी पास कर सकते थे |
सुप्रिया सुले ने यह भी कहा कि मुझे महाराष्ट्र की भाजपा पूर्व प्रमुख ने टीवी पर कहा कि सुप्रिया सुले तुम घर जाओ, खाना बनाऔ, देश कोई और चला लेगा | भाजपा इस पर जवाब दें |
TMC सांसद ने पूछा- बृजभूषण सिंह पर एक्शन क्यों नहीं
TMC सांसद काकोली घोष ने कहा, ‘देश में सिर्फ पश्चिम बंगाल में महिला CM है, भाजपा की 16 राज्यों में सरकार है, लेकिन एक भी राज्य में महिला CM नहीं है। देश के लिए मेडल जीतने वाली महिलाओं का सेक्सुअल हैरेसमेंट किया गया। आरोपी बृजभूषण सिंह आज संसद में बैठे हैं। भाजपा उनके खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लेती।’
1. बिल क्या है?
ये बिल लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33% आरक्षण देता है. बिल के कानून बनने से लोकसभा और विधानसभाओं की एक तिहाई सीटें महिलाओं के लिए रिजर्व हो जाएंगी.
बिल के प्रावधान के मुताबिक लोकसभा या विधान सभाओं मौजूदा एससी-एसटी आरक्षण में भी 33 फ़ीसदी हिस्सेदार महिलाओं की होगी.
ये बिल सीधे जनता द्वारा चुने जाने वाले प्रतिनिधियों पर ही लागू होगा. इसका मतलब है कि ये आरक्षण राज्यसभा या विधान परिषदों पर लागू नहीं होगा.
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